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फिर से एक बार और जिंदगी एक अजनबी शहर में ले आई और नए लोगों के साथ काम कर रहा हूं दोस्तों मेरा 5 तारीख का टिकट था चेन्नई के लिए और मैं चेन्नई के लिए रवाना हो गया था आज मैं चेन्नई में हूं और मुझे यहां चेन्नई में आए हुए चौथा दिन है फिर से एक बार शुरुआत करने की कोशिश फिर से एक बार नए चेहरे इस बार में घर से चला तो था मुसाफिर बनके मगर आंख में आंसू नहीं थे दिल में सवाल कई थे और आज भी है हां थोड़ा दुख तो होता ही है घर से दूर जाने का मगर मजबूरी जो ना काम करना पड़े वह काम करवा ही देती है जिसका नाम ही मजबूरी है जिस जगह पर मैं हूं अभी दोस्तों सिर्फ हम 2 लोग है रहने के लिए जो ऑनर ने रूम दिया है इतना खास नहीं है मगर दो लोग अर्जेस्ट करके रहते हैं दोस्तों घर से आने से पहले एक हादसा हो गया था हमारे ही मोहल्ले में एक बेचारा लड़का सुबह-सुबह शायद कहीं बाइक से जा रहा था बारिश भी काफी आ रही थी पानी लगा हुआ था रास्ते में और उस पानी में शायद बिजली का तार था और पानी में करंट था उस बेचारे को पता नहीं था घर से निकलूंगा तो यह मेरी जिंदगी का आखिरी सफर होगा वह लड़का निकल तो गया घर से मुसाफिर बनके जाने के लिए मगर रास्ते में जब वह निकला उसी जगह पर जा पहुंचा जहां पानी लगा था जहा करंट था बेचारा जैसे ही वह पानी में गया उसको शॉट लगा और वही मर गया दोस्तों यह जिंदगी कब धोखा दे दे कुछ पता नहीं मैं मरने से पहले कुछ बड़ा करना चाहता हूं और एक अच्छा कर्म करके बस यही मेरी जिंदगी का सपना है बस जिंदगी चल रही है जाने कब सांसे थम जाए पता नहीं दुआओं में याद रखना दोस्तों धन्यवाद
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Thank you very much friends for reading my story!