आप के एक मदद से किसी का भला हो जायेगा

कुछ अपने हो जाते है बेगाने


हेलो दोस्तों कैसे हैं आप सभी मैं दुआ करता हूं। आप हमेशा अच्छे रहें, खुश रहें हंसते रहें।दोस्तों मेरी कहानी पढ़ने के लिए दिल से मैं आप सभी का एहसानमंद रहूंगा।दोस्तों मैं उम्मीद करता हूं। आप सभी से मुझे ढेर सारा प्यार मिलेगा।दोस्तों वक्त और हालात यह दोनों इंसान के बस में नहीं होता।और शायद इसीलिए दोस्तों इंसान का हालात और वक्त पर जोर नहीं चलता।दोस्तों आज के इस दौर में लोग सच कम झूठ ज्यादा बोलते हैं।
क्योंकि इंसानियत बस नाम के लिए रह गई है दोस्तों!
दोस्तों आज के इस दौर में गैरों से ज्यादा अपने देख कर जलते हैं। अगर कामयाब हो जाओ तो दोस्तों कुछ अपने ऐसे लोग होते हैं जो एकदम गैरों जैसा सलूक करते हैं।
और हमेशा देख कर जलते रहते हैं जैसे पता नहीं हमने उनका पिछले जन्म का उधार ले रखा है।दोस्तों मेरे मामा के तीन लड़के हैं और एक लड़की है।दोस्तों मेरे मामा के ख्यालात उनसे बिल्कुल नहीं मिलते।दोस्तों वह बहुत ही बेईमान और फरेबी लोग हैं।और वह हमसे शुरू से ही देख कर जलते हैं।दोस्तों मगर मेरे परिवार में कभी भी उनका बुरा नहीं सोचा।दोस्तों आज मेरे मामा नहीं है मगर मैं उन्हें हमेशा मिस करता हूं।दोस्तों मेरे मामा मेरे परिवार से बहुत प्यार करते थे मगर मेरी मामी और उनके लड़के प्यार नहीं करते।और दोस्तों मेरे परिवार से उनको पता नहीं किस चीज की दुश्मनी है कि वह हमसे हमेशा देख कर जलते रहते हैं दोस्तों जिसका दिल साफ नहीं रहता है वही दूसरों को देख कर जला करते हैं।दोस्तों हमने उनका हमेशा ही भला सोचा है। कभी बुरा नहीं सोचा।दोस्तों मगर मेरी मामी ने और उनके बच्चों ने हमारे बारे में कभी भला नहीं सोचा।दोस्तों मेरे मामी का बहुत बड़ा हाथ है अपने बच्चों को बिगाड़ने में।उन्हें अपने घर के लोगों के सिवा किसी से कोई मतलब नहीं है।पता नहीं दोस्तों ऐसा करने से किसी को क्या मिलता है दोस्तों मैं इतना पढ़ा-लिखा तो नहीं हूं मगर मैंने अमर उजाला अखबार का सर्वे किया है घर-घर घूम घूम के।दोस्तों मुझे उस टाइम काम की बहुत ज्यादा जरूरत थी।और शायद मैं अकेला होता तो नहीं कर पाता दोस्तों!यह काम मुझे मेरे दोस्त ने बताया था और वही मेरे साथ रहता था। लिखता पढ़ता था क्योंकि उसको लिखना पढ़ना अच्छा आता था और मैं उसी के साथ सर्वे करता था।और मैं अकेला होता तो शायद इस काम को मैं नहीं कर पाता।
दोस्तों यह मेरी जिंदगी का पहला ऐसा काम मिला था कि जो मुझे लिखना पढ़ना पड़ता था।दोस्तों मुझे हिंदी तो आती है मगर मैं लिख नहीं पाता हूं सही से।दोस्तों शायद मेरी जिंदगी मुझसे कुछ और ही चाहती हो।दोस्तों मुझसे लिखने में कोई गलती हो गई हो तो मुझे माफ कर देना धन्यवाद दोस्तों!

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