आप के एक मदद से किसी का भला हो जायेगा

मेरे भी कुछ ख्वाहिशें


हेलो दोस्तों कैसे हैं आप सभी मैं आशा करता हूं कि आप ठीक होंगे।मेरे प्यारे दोस्तों मैं आप सभी को नमस्कार करता हूं। मेरे प्यारे दोस्तों अगर मुझसे लिखने में कोई गलती हो जाए तो मुझे माफ कर देना क्योंकि मैं माइक से बोल कर लिखता हूं। क्योंकि दोस्तों में बहुत कम पढ़ा लिखा हूं। इसलिए सिर्फ मुझे हिंदी का ज्ञान है। इंग्लिश का ज्ञान नहीं है।दोस्तों इंग्लिश बस थोड़ा मोड़ा पढ़ लेता हूं, लेकिन मैंने पता नहीं  चलता मुझे।मगर दोस्तों मुझे पूरा गूगल ट्रांसलेशन पर भरोसा है।और दोस्तों बस इसी के माध्यम से मैं अपनी कहानी आप सभी तक पहुंचाने की कोशिश करता हूं।दोस्तों मुझे उम्मीद है आप सभी से कि आप मेरी कहानी ज़रूर पढेंगे
दोस्तों हो सकता है कि शायद आप सभी को मेरी कहानी पसंद ना आए।मगर दोस्तों फिर भी मैं आप सभी से हाथ जोड़कर विनती करता हूं।क्योंकि दोस्तों मुझे आप सभी से प्यार की ओर सपोर्ट की जरूरत है और मैं आशा करता हूं कि मुझे आप सभी से मिलेगा।दोस्तों शायद मुझे लगता है कि मैं ही सबसे कम पढ़ा-लिखा लडका हूं जो इंटरनेट ब्लॉगिंग की दुनिया में पहला कदम रखा है।
और दोस्तों बस इसी के माध्यम से मैं अपने जीवन और रोज की दिनचर्या के बारे में बताने की कोशिश करता रहता हूं पर दोस्तों मुझे पूरा भरोसा है कि इंटरनेट ब्लॉगिंग की दुनिया में सब पढ़े लिखे व्यक्ति हैं।और मैं उन सभी साथियों के आगे जीरो हूं।दोस्तों अगर मेरे जीमेल पर कोई मैसेज आ जाता है तो मैं डर जाता हूं क्योंकि सब इंग्लिश में लिखा रहता है क्योंकि दोस्तों मुझे इंग्लिश का इतना ज्ञान नहीं है।दोस्तों यह मेरी जिंदगी का पहला एंड्रॉयड फोन है जिससे मैं अपनी कहानी आप सभी दोस्तो तक पहुंचाने की कोशिश कर रहा हूं।दोस्तों अगर मैं अपनी आज के जीवन के बारे में बताओ तो मेरे पास एक छोटी सी नौकरी के अलावा कुछ भी नहीं है।दोस्तों मेरा बस एक ही ख्वाब है कि कब मैं अपने मेहनत से अपना एक घर बना पाऊंगा।क्योंकि दोस्तों मेरी जिंदगी बस किराए के मकान में ही कट रही है।दोस्तों हर इंसान का ख्वाब होता है कि मेरे पास अच्छा घर हो, अच्छी गाड़ी हो, अच्छे कपड़े अच्छे पहनने को मिले अच्छे खाने को मिले।दोस्तों मैं भी यही सोचता हूं कि मैं अपनी मेहनत की कमाई से कब एक अच्छा घर बना पाऊंगा।दोस्तों उम्र गुजर रही है। मेरी बस किराए के मकान में रहते रहते हैं।समझ में नहीं आता, दोस्तों क्या करूं मेरी हिम्मत भी कभी-कभी लड़खड़ा ने लगती है दोस्तों समझ में नहीं आता दोस्तों मैं अपने रूठे किस्मत को कैसे मनाऊं काश दोस्तों ऐसा होता कि किस्मत भी हमारी हमसे बात करती तो कितना अच्छा होता?

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